एक विनम्र लड़की अपने मालिक का इंतजार कर रही है, लेकिन एक अजनबी उसमें बाधा डालता है। अपने प्रेमी की अनुपस्थिति से अपमानित होकर, वह उस पर हावी हो गई है। अजनबी का तीव्र पीओवी उसके आनंद और समर्पण को कैद करता है, जो उसके अंदर उसकी रिहाई में परिणत होता है।