एक भारतीय किशोरी अपने छात्रावास के कमरे में अकेले कुछ शांत समय का आनंद लेती है, अपने भविष्य की योजनाओं पर विचार करते हुए धीरे-धीरे खुद को मालिश करती हुई। अचानक, वह पैरों के आवाज सुनती है, जिससे वह जल्दी से खुद को पर्दे के पीछे छिपाने के लिए प्रेरित होती है।